आरबीआई की बैठक के नतीजे के बाद लुढक़ा शेयर बाजार
Source : business.khaskhabar.com | Jun 06, 2019 |
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा प्रमुख ब्याज दरों में 25 आधार
अंकों की कटौती के बावजूद गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट
दर्ज की गई। दरअसल, आर्थिक विकास दर अनुमान में कटौती से बाजार का मनोबल
टूटा।
बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स करीब 554 अंक
लुढक़कर बंद हुआ और एनएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी करीब 178 अंक
लुढक़ा।
कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ हुई और बंबई स्टॉक एक्सचेंज
(बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 52.89 अंकों
की मजबूती के साथ 40,136.00 पर पर खुला, कारोबार के अंत में सेंसेक्स
553.82 अंकों यानी 1.38 फीसदी लुढक़कर 39,529.72 पर बंद हुआ। दिनभर के
कारोबार के दौरान सेंसेक्स का ऊपरी स्तर 40,159.26 रहा, जबकि निचला स्तर
39,481.15 रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर
आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 18.15 अंकों की बढ़त के साथ 12,039.80 पर
खुलने के बाद कारोबार के दौरान 11,830.25 तक लुढक़ा, जबकि कारोबार के अंत
में निफ्टी 177.90 अंकों यानी 1.48 फीसदी की गिरावट के साथ 11,843.75 पर
बंद हुआ।
बीएसई का मिड-कैप सूचकांक 268.54 अंकों यानी 1.77 फीसदी लुढक़कर 14,931.08 पर बंद हुआ।
बीएसई का स्माल-कैप सूचकांक 237.87 अंकों यानी 1.60 फीसदी लुढक़कर 14,672.69 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स
के सबसे ज्यादा तेजी वाले पांच शेयरों में कोल इंडिया (1.92 फीसदी),
पावरग्रिड (1.27 फीसदी), हिंदुस्तान लीवर (1.19 फीसदी), हीरोमोटरकार्प
(0.94 फीसदी) और एनटीपीसी (0.74 फीसदी) शामिल रहे।
सेंसेक्स के
सबसे ज्यादा गिरावट वाले पांच शेयरों में इंडसइंड बैंक (6.97 फीसदी),
यसबैंक (6.15 फीसदी), एसबीआई (4.34 फीसदी), एलएंडटी (3.41 फीसदी) और
टाटास्टील (2.54 फीसदी) शामिल रहे।
बीएसई के सभी 19 सेक्टरों के
सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई। सबसे ज्यादा गिरावट वाले पांच सेक्टरों
में तेल एवं गैस सूचकांक (3.04 फीसदी), पूंजीगत वस्तु सूचकांक (2.81
फीसदी), बैंक इंडेक्स (2.34 फीसदी), वित्त सूचकांक (2.27 फीसदी) और
औद्योगिक सूचकांक (2.13 फीसदी) शामिल रहे।
बीएसई पर 2,953
प्रतिभूतियों में कारोबार हुआ जिनमें से 846 में तेजी रही, जबकि 1,954 में
गिरावट दर्ज की गई और 153 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
भारतीय रिजर्व
बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को प्रमुख ब्याज दर यानी रेपो रेट में 25 आधार
अंकों की कटौती की। केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी
द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में रेपो रेट छह फीसदी से घटाकर 5.75 फीसदी
करने का फैसला लिया।
विशेषज्ञों की माने तो रेपो रेट में कटौती से
आवास और ऑटो कर्ज सस्ता होगा, लेकिन शेयर बाजार में इससे जो सकारात्मक
रुझान दिखना चाहिए वह नहीं देखने को मिला क्योंकि वित्त वर्ष 2019-20 में
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) संवृद्धि दर का अनुमान 7.2 फीसदी से घटाकर सात
फीसदी कर दिया गया है।
लिहाजा, इससे निवेशकों का मनोबल टूटा जिसके कारण घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली।
(आईएएनएस)
[@ महिला के शरीर में बनती है शराब,बिना पिए ही..]
[@ सावधान! मोटापे से पेट के कैंसर का खतरा]
[@ पाकिस्तान में शादी....... सानिया मिर्जा ने ट्रोल की ऐसे कर दी बोलती बंद]