businesskhaskhabar.com

Business News

Home >> Business

एफसीआई ने अगस्त के पहले टेंडर में बेचा 1.03 लाख टन गेहूं

Source : business.khaskhabar.com | Aug 02, 2018 | businesskhaskhabar.com Commodity News Rss Feeds
 fci sold 103 lakh tonnes of wheat in the first tender in august 331057नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने खुले बाजार बिक्री योजना के तहत गुरुवार को एक लाख टन से अधिक गेहूं बेचा। यह एफसीआई का इस योजना के तहत चालू विपणन वर्ष का तीसरा टेंडर था। इससे पहले जुलाई में जारी दो टेंडर में एफसीआई ने कुल 1.77 लाख टन गेहूं बेचा था।

एफसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि इस साल ओपन मार्केट सेल्स स्किम (डोमेस्टिक) के तहत विभिन्न राज्यों में गेहंू की अच्छी मांग है।

उन्होंने कहा, ‘‘एफसीआई ने इस साल अब तक हुए तीन टेंडर में 2.80 लाख टन गेहूं की बिक्री हो चुकी है और खरीदारों की काफी दिलचस्पी दिख रही है।’’

पिछले साल जुलाई में एफसीआई ने कुल 34,400 टन और अगस्त में 43,550 टन गेहूं खुले बाजार बिक्री योजना के तहत जारी टेंडर के जरिए बेचा था।

गौरतलब है कि चालू विपणन वर्ष 2018-19 में सरकारी एजेंसियों ने 355.22 लाख टन गेहूं खरीदा है।

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के जींस कारोबारी अशोक अग्रवाल ने बताया कि इस साल सरकारी एजेंसियों ने काफी ज्यादा गेहूं खरीदा है जिससे कारोबारियों और आटा मिलों के पास गेहूं का स्टॉक कम है। इसलिए सरकारी गोदामों से गेहूं की बिक्री जोर पकड़ी है।

उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में बाजार में गेहूं के दाम में 200 रुपये प्रतिक्विंटल का इजाफा हुआ है। दरअसल, सरकार ने इस साल गेहूं का न्यनूतम समर्थन मूल्य 1,735 रुपये प्रति क्ंिटल रखा था जिसपर सरकार एजेंसियों ने गेहूं खरीदा है।

 एफसीआई ने गेहूं की बिक्री का फ्लोर प्राइस यानी आधार मूल्य 1,900 रुपये प्रति क्विंटल रखा है। यह मूल्य सिर्फ मध्यप्रदेश, पंजाब और हरियाणा के लिए है। बाकी जगहों के लिए इसमें रेलवे और सडक़ मार्ग से ढुलाई का किराया भी जोड़ा जाता है।

एफसीआई अधिकारी ने बताया कि एक अक्टूबर से गेहूं का फ्लोर प्राइस 1,925 रुपये प्रति क्ंिवटल और एक जनवरी 2019 से 1,950 रुपये प्रति क्विंटल हो जाएगा।

केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा 16 मई को जारी फसल वर्ष 2017-18 (जुलाई-जून) में विभिन्न फसलों के तीसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार इस साल देश में गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन 986.1 लाख टन है।

[@ लकवे के मरीज यहां से जाते है ठीक होके ]


[@ अगर आपके व्हॉट्सएप पर यह मैसेज तो हो जाएं सावधान ]


[@ 5 ऐसे गीत, जिन्हें बार-बार सुनना चाहेंगे और गुनगुनायेंगे]