पैसा बाजार को लेकर फेसबुक की नजर भारत पर
Source : business.khaskhabar.com | Aug 05, 2019 |
नई दिल्ली। मार्क जुकरबर्ग अपने सभी प्लेटफॉम्र्स फेसबुक, व्हाट्सएप, मैसेंजर और इंस्टाग्राम के करोड़ों यूजर्स को एक गहन अनुभव प्रदान करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।
सोशल नेटवर्किंग की दिग्गज कंपनी के मोनेटाइजेशन मिशन के इस प्रयास में उसके कुछ एप्स के लिए सबसे बड़े मार्केट में से एक भारत एक महत्वपूर्ण किरदार अदा कर सकता है।
कंपनी के अनुसार, 2.1 अरब से भी ज्यादा लोग अब प्रतिदिन औसतन फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और मैसेंजर (कंपनी द्वारा प्रदान किए जाने वाले सेवाओं का परिवार) का इस्तेमाल करते हैं।
इसके अलावा 2.7 अरब से भी ज्यादा लोग प्रत्येक माह में कम से कम कंपनी के परिवार का एक एप प्रयोग में लाते हैं।
भारत में, फेसबुक के 30 करोड़, व्हाट्सएप के दूसरे 40 करोड़ और इंस्टाग्राम के 7 करोड़ यूजर्स हैं। (जो इन्हें यूजर्स द्वारा इस्तेमाल में लाए जाने वाला सबसे बड़ा ग्रुप बनाता है।)
हाल ही के संवाद में जुकरबर्ग ने कहा है कि वह अपनी कई सर्विस को मर्ज करने पर विचार कर रहे हैं, ताकि लोग मूल रूप से सभी प्लेटफॉर्म पर मैसेज कर सकें।
व्हाट्सएप के एक चौथाई 1.5 अरब यूजर्स भारत से हैं। इसलिए इसमें आश्चर्य की बात नहीं कि फेसबुक ने दूसरे देशों में शुरू करने से पहले भारत के मार्केट को अपनी पहली डिजिटल पेमेंट सर्विस के टेस्ट रन के लिए चुना है।
एक और आधे साल के टेस्ट रन के बाद फेसबुक व्हाट्सएप के माध्य से अपने पे सर्विस को इस साल के अंत तक लॉन्च करने के बेहद करीब है। ऐसा अनुमान है कि आने के बाद से यह पेमेंट अर्थव्यवस्था पर हावी हो सकता है।
प्लेटफॉर्म की कुछ मामलों में नाकामी के बाद और एप के माध्यम से झूठी अफवाहों को फैलाने जैसे आरोपों के बाद भी भारत में स्मार्टफोन व जियो फोन यूजर्स व्हाट्सएप के प्रति खासा लगाव रखते हैं।
पिछले साल व्हाट्सएप ने बिजनेस के लिए अलग से एक एप लॉन्च किया था। हालांकि अभी कंपनी ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इस बिजनेस एप के कितने यूजर्स हैं, लेकिन खबरों के अनुसार, इनकी संख्या वैश्विक रूप से लोखों में पहुंच गई है।
जुकरबर्ग ने कहा, ‘‘भविष्य में लोग व्हाट्सएप पर दोस्तों और व्यवसायों को पैसा भेजने, इंस्टाग्राम पर खरीदारी करने या फेसबुक पर लेनदेन करते हुए समान का भुगतान एक दूसरे को आसानी से कर सकेंगे।’’
फेसबुक के लिए एक चुनौती अपने प्लेटफॉम्स पर लोगों को बनाए रखने की भी होगी क्योंकि पिछले कुछ सालों में चाइनीज कंपनी की वीडियो शेयरिंग एप टिक-टॉक ने भारत में तेजी से अपने कमद बढ़ाए हैं।
फेसबुक के लिए अच्छी बात यह है कि तमाम विवादों के बाद भी यह पिछले 15 सालों से अपनी बढ़त बनाए रखने में कामयाब हुई है। कैम्ब्रिज एनालिटिका विवाद भी इनमें से एक है।
(आईएएनएस)
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