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स्पाइसजेट की उ़डानें शाम में होंगी चालू

Source : business.khaskhabar.com | Dec 17, 2014 | businesskhaskhabar.com Business News Rss Feeds
 SpiceJet Flights To Resume This Evening  नई दिल्ली। देश भर में फंसे प़डे सैक़डों यात्रियों को राहत देते हुए किफायती विमानन कंपनी स्पाइसजेट के प्रबंधन ने बुधवार को कहा कि उ़डानें शाम चार बजे से चालू होंगी, क्योंकि विमान ईंधन की आपूर्ति पर तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) के साथ एक सहमति बन गई है। स्पाइसजेट के मुख्य संचालन अधिकारी संजीव कपूर ने कहा, "उ़डानें आज शाम चार बजे या उसके बाद शुरू होंगी।" उन्होंने कहा, "स्पाइसजेट हमारे विमानों में ईंधन नहीं भरे जाने के कारण उ़डानें बाधित होने और इसके कारण यात्रियों को हुई समस्या के लिए खेद प्रकट करती है। हम समस्या को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।"

इससे पहले कंपनी की सभी उ़डानें रूक गई थीं और देश भर में यात्रियों को इससे समस्या का सामना करना प़ड रहा है। ओएमसी ने कंपनी द्वारा बकाया भुगतान नहीं किये जाने पर उसके विमानों में साख के आधार पर ईंधन भरने से इंकार कर दिया था, जिसके कारण उ़डानें रूक गईं। कंपनी फिलहाल प्रति दिन 250 उ़डानों का संचालन करती है। इनमें से अधिकतर उ़डानें दिल्ली और मुंबई से होती हैं। ओएमसी ने कंपनी को कैश एंड कैरी श्रेणी में डाल रखा है, जिसके तहत कंपनी को हर बार तेल खरीदने के लिए भुगतान करना प़डता है। विमानन कंपनी के सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय द्वारा मंगलवार को कंपनी को भुगतान के लिए दिए गए अंतरिम राहत का तेल कंपनियां अध्ययन कर रही हैं और वे दोपहर तक ईंधन की आपूर्ति शुरू कर सकती हैं।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मंगलवार को स्पाइसजेट को अंतरिम राहत देते हुए इसके प्रमोटर को कंपनी में पूंजी निवेश करने के लिए कहा। मंत्रालय ने कहा है कि वह ओएमसी को कंपनी को 15 दिनों की और मोहलत देने के लिए कहेगा। विमानन कंपनी का रोज का ईंधन खर्च करीब पांच करो़ड रूपये है, जबकि कंपनी पर ओएमसी का 14 करो़ड रूपये बकाया है। मंत्रालय ने कहा था कि ऋण के रूप में कुछ संचालन पूंजी के लिए बैंकों से भी संपर्क किया जा सकता है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "प्रमोटर के आश्वासन के आधार पर वित्तीय संस्थानों को 600 करो़ड रूपये का ऋण जारी करने का अनुरोध किया जाएगा, जिसे दीर्घावधि निवेश हासिल करने के बाद तुरंत चुकाया जाना चाहिए, निवेश हासिल करने में करीब आठ सप्ताह लग सकता है।"

विमानन कंपनी के लिए कामकाजी पूंजी के रूप में वित्त मंत्रालय से भी विदेशी वाणिज्यिक ऋण (ईसीबी) सुविधा के लिए अनुमति मांगी गई है। मंत्रालय से राहत मिलने से एक दिन पहले कंपनी ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय को सुरक्षा और वित्तीय सुदृढ़ीकरण की योजना पेश की थी। कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारियों ने राहत के लिए सोमवार को नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू और उनके सहायक नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री महेश शर्मा से भी मुलाकात की थी। विमानन कंपनी ओएमसी और हवाईअड्डा संचालकों से बकाया भुगतान के लिए और समय की मांग कर रही है। इस बीच कंपनी के शेयर बंबई स्टॉक एक्सचेंज में अपराह्न् करीब 2.50 बजे 5.40 फीसदी गिरावट के साथ 13.15 रूपये पर कारोबार करते देखे गए। सितंबर में समाप्त हुई तिमाही में कंपनी को 310 करो़ड रूपये का घाटा हुआ था, जो एक साल पहले समान अवधि में 560 करो़ड रूपये था। कंपनी अभी सिर्फ 26 विमानों का संचालन करती है, जबकि इस साल के शुरू में वह 35 विमानों का संचालन कर रही थी। उल्लेखनीय है कि कंपनी के लेखापरीक्षक एसआर बाटलीबोई एंड एसोसिएट्स ने कंपनी के लाभ में चलते रह पाने की संभावना पर संदेह जताया है।