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सेंसेक्स, निफ्टी में 1 फीसदी से अधिक तेजी

Source : business.khaskhabar.com | Aug 23, 2014 | businesskhaskhabar.com Market News Rss Feeds
 Sensex Nifty faster than 1 percentमुंबई| देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में एक फीसदी से अधिक तेजी दर्ज की गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 1.21 फीसदी या 316.32 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 26,419.55 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.56 फीसदी या 121.5 अंकों की तेजी के साथ 7,913.20 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से पिछले सप्ताह 22 में तेजी रही। सिप्ला (11.18 फीसदी), भेल (7.06 फीसदी), भारतीय स्टेट बैंक (6.85 फीसदी), एक्सिस बैंक (6.53 फीसदी) और बजाज ऑटो (6.00 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे एचडीएफसी (7.10 फीसदी), आईटीसी (3.66 फीसदी), टीसीएस (1.40 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.36 फीसदी) और टाटा स्टील (0.68 फीसदी)।

गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में प्रमुख सूचकांकों से अधिक तेजी रही। मिडकैप 3.7 फीसदी या 333.02 अंकों की तेजी के साथ 9,340.87 पर बंद हुआ। स्मॉलकैप 4.83 फीसदी या 476.46 अंकों की तेजी के साथ 10,298.52 पर बंद हुआ।

पिछले सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में सोमवार और मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी ने अपने तब तक के जीवनकाल का ऊपरी स्तर छुआ और दोनों ही दिन अपने तब तक के जीवन काल के ऊपरी स्तर पर बंद हुए। निफ्टी ने शुक्रवार को भी अपने जीवनकाल का ऐतिहासिक ऊपरी स्तर छुआ और ऐतिहासिक ऊपरी स्तर पर बंद हुआ।

मंगलवार को सेंसेक्स 26,530.67 का ऐतिहासिक ऊपरी स्तर छूकर 26,420.67 के ऐतिहासिक ऊपरी स्तर पर बंद हुए। शुक्रवार को निफ्टी 7,929.05 के ऐतिहासिक ऊपरी स्तर को छूकर 7,913.20 के ऊपरी स्तर पर बंद हुआ।

अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की फेडरल ओपेन मार्केट कमीटी की जुलाई आखिर में हुई दो दिवसीय बैठक के ब्यौरे से पता चलता है कि फेड ने मासिक रूप से बांड खरीदारी कार्यक्रम में 10 अरब डॉलर की और कटौती की है।

ब्यौरे के मुताबिक फेड के अधिकारियों में मुख्य दरों को अधिक समय तक निचले स्तर पर रखने को लेकर असहजता थी। अधिकतर अधिकारियों ने कहा कि उन्हें अनुमानित अवधि से पहले उधारी दर को बढ़ाना पड़ सकता है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने दिसंबर 2008 से लगातार उधारी दर को लगभग शुन्य कर रखा है।