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सेंसेक्स, निफ्टी में मामूली तेजी (साप्ताहिक समीक्षा)

Source : business.khaskhabar.com | Nov 08, 2014 | businesskhaskhabar.com Market News Rss Feeds
 Sensex, Nifty marginally faster weekly reviewमुंबई। देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में मामूली तेजी रही। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 0.01 फीसदी या 2.8 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 27,868.63 पर बंद हुआ। गत सप्ताह मंगलवार चार नवंबर को मुहर्रम के मौके पर और गुरूवार छह नवंबर को गुरू नानक जयंती के मौके पर शेयर बाजार बंद रहे। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 0.18 फीसदी या 14.8 अंकों की तेजी के साथ 8,337.00 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से पिछले सप्ताह नौ में तेजी रही। डॉ. रेड्डीज लैब (7.54 फीसदी), एक्सिस बैंक (6.86 फीसदी), सन फार्मा (5.45 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (3.70 फीसदी) और इंफोसिस (2.89 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स में गिरावट में रहने वाले शेयरों में गेल (8.34 फीसदी), कोल इंडिया (6.67 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (5.33 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (4.81 फीसदी) और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (4.38 फीसदी) प्रमुख रहे। गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में डेढ़ फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 1.68 फीसदी या 165.09 अंकों की तेजी के साथ 9,999.69 पर और स्मॉलकैप 1.70 फीसदी या 186.22 अंकों की तेजी के साथ 11,117.17 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह सोमवार और बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी ने अपने जीवनकाल का रिकार्ड उच्चा स्तर छुआ। जबकि सेंसेक्स बुधवार को और निफ्टी सोमवार और बुधवार दोनों ही दिन अपने जीवनकाल के उच्चातम स्तर पर बंद हुआ। बुधवार पांच नवंबर को पहली बार सेंसेक्स 28,000 की मनोवैज्ञानिक सीमा के ऊपर पहुंच गया, हालांकि बाद में यह इस सीमा से नीचे बंद हुआ। शुक्रवार 31 अक्टूबर को जारी सरकारी आंक़डों के मुताबिक, देश के आठ प्रमुख उद्योगों की विकास दर सितंबर 2014 में घटकर 1.9 फीसदी दर्ज की गई। यह गिरावट कच्चो तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों और ऊर्वरकों का उत्पादन घटने के कारण हुई। सितंबर 2013 में यह विकास दर नौ फीसदी थी। गुरूवार छह नवंबर को हुई नीतिगत बैठक में यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया। ईसीबी की मुख्य ब्याज दर को रेफी दर कहा जाता है। रेफी दर को 0.5 फीसदी पर बरकरार रखा गया। ईसीबी ने उसमें जमा राशि पर दी जाने वाली ब्याज दर को -0.2 फीसदी बरकरार रखा।