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सेंसेक्स, निफ्टी में डेढ़ फीसदी तेजी

Source : business.khaskhabar.com | Sep 06, 2014 | businesskhaskhabar.com Market News Rss Feeds
 Sensex, Nifty half percentमुंबई| देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में करीब डेढ़ फीसदी तेजी दर्ज की गई। इस दौरान दोनों सूचकांकों ने अपने जीवन काल का ऐतिहासिक उच्च स्तर छुआ और ऐतिहासिक उच्च स्तर पर बंद हुए। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 1.46 फीसदी या 388.59 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 27,026.70 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.67 फीसदी या 132.50 अंकों की तेजी के साथ 8,086.85 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से पिछले सप्ताह 22 में तेजी रही। सिप्ला (8.36 फीसदी), भारती एयरटेल (8.34 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (6.01 फीसदी), लार्सन एंड टुब्रो (5.39 फीसदी) और एक्सिस बैंक (4.64 फीसदी) में सबसे अधिक तेजी रही। सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे भेल (7.12 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.44 फीसदी), एचडीएफसी (1.53 फीसदी), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (1.38 फीसदी) और आईटीसी (1.37 फीसदी)।

गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में साढ़े तीन फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 3.98 फीसदी या 369.86 अंकों की तेजी के साथ 9,668.76 पर बंद हुआ। स्मॉलकैप 3.53 फीसदी या 362.62 अंकों की तेजी के साथ 10,627.07 पर बंद हुआ।

पिछले सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में गत सप्ताह लगातार तीन दिन सोमवार, मंगलवार और बुधवार को दोनों सूचकांकों ने अपने जीवनकाल का ऐतिहासिक उच्च स्तर छुआ और ऐतिहासिक उच्च स्तर पर बंद हुए।

बुधवार को सेंसेक्स 27,225.85 अंकों के ऐतिहासिक उच्च स्तर को छूकर 27,139.94 के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी भी बुधवार को 8,141.90 के ऐतिहासिक ऊपरी स्तर को छूकर 8,114.60 के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर बंद हुआ।

शुक्रवार, 29 अगस्त को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा कारोबारी साल की प्रथम तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर अनुमान से कुछ बेहतर और विकास की वापसी का एक और संकेत दिखाते हुए 5.7 फीसदी रही, जो पिछली नौ तिमाहियों में सर्वाधिक है।

आर्थिक विकास दर गत कारोबारी साल की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में 4.6 फीसदी रही थी। गत कारोबारी साल की प्रथम तिमाही में यह दर 4.7 फीसदी थी।

सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मौजूदा कारोबारी साल की प्रथम तिमाही में देश का चालू खाता घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.7 फीसदी दर्ज किया गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 4.8 फीसदी था। प्रथम तिमाही में चालू खाता घाटा 7.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले 21.8 अरब डॉलर था।

सोमवार को ही जारी एक अन्य सरकारी आंकड़े के मुताबिक, देश के प्रमुख उद्योगों की विकास दर जुलाई 2014 में 2.7 फीसदी रही, जो एक साल पहले समान अवधि में 5.3 फीसदी थी। आठ प्रमुख उद्योगों में शामिल है कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद, ऊर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली।