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खादी के उत्पादों को ऑनलाइन खरीदने की सुविधा जल्द

Source : business.khaskhabar.com | Nov 20, 2014 | businesskhaskhabar.com Business News Rss Feeds
 Local businessman gains momentum through online initiativesनई दिल्ली। दिल्ली के प्रगति मैदान में अंतरराष्ट्रीय भारतीय व्यापार मेले में इस बार खादी का पंडाल सभी का ध्यान खींच रहा है। वैसे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो पर खादी पहहने की अपील के बाद लोगों का खादी की ओर रूक्षान बढा है और अब जल्दी ही लोगों को खादी के उत्पादों को ऑनलाइन खरीदने की सुविधा मिलने वाली है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने अपने वाराणसी दौरे के समय कहा था कि देश में प्रचलित ई-कॉमर्स का फायदा खादी के उत्पादकों को भी मिलना चाहिए और इसी बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली का खादी ग्रामोद्योग भवन खादी उत्पादों को ऑनलाइन लाने की लगभग सभी तैयारियां पूरी कर चुका है। रीगल बिल्डिंग स्थित खादी ग्रामोद्योग भवन के सहायक निदेशक डी एस भाटी ने बताया कि खादी ग्रामोद्योग आयोग ने ई-कॉमर्स क्षेत्र में जाने के लिए पहले से ही वेबसाइट इत्यादि बना ली है। बस कुछ सरकारी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद हम बहुत जल्दी ही इसे ई-कॉमर्स मार्केट में लांच करने वाले हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्य को लेकर सारी प्रारंभिक औपचारिकताएं पूर्ण हो चुकी हैं। मेले में आए कई ग्राहकों से जब खादी के ई-कॉमर्स मार्केट में आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे एक अच्छा कदम बताया और इसकी सराहना की।

मेले में खरीददारी करने आई दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा शिल्पा जैन ने बताया, अभी खादी के कुछ सौंदर्य प्रसाधन से जुडे उत्पाद ही ऑनलाइन मार्केट में मिल पाते हैं औ उनके असली खादी उत्पाद होने पर भी संदेह रहता है। ऎसे में यदि खादी अपने उत्पादों को ऑनलाइन लाएगा तो बहुत आसानी होगी और स्वयं खादी की वेबसाइट पर सामान मिलने से उसकी गुणवत्ता पर कोई संदेह भी नहीं रहेगा।

ऑनलाइन मार्केट की बडी कंपनियों जैसे कि फ्लिपकार्ट और अमेजन को खादी उत्पाद ऑनलाइन बेचने की अनुमति पर भाटी ने बताया, हमारी कुछ नियम और शतेंü होती हैं और उनके आधार पर वे खादी के उत्पादों को ई-कॉमर्स के जरिए बेच सकते हैं। इन शतोंü के बारे में भाटी बताते हैं कि खादी उत्पादों का बाजार में कोई प्रतियोगी नहीं है। ऎसे में खादी के मूल उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा हाथ को काम का पालन करते हुए कंपनियां उनकी निर्धारित शतोंü पर खादी के उत्पाद बेच सकती हैं।