इन्फोसिस पर 11,200 करोड रूपए के शेयरों की पुनर्खरीद का दबाव
Source : business.khaskhabar.com | Aug 07, 2014 |
बेंगलुरू। देश की दूसरी सबसे बडी साफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस के कई पूर्व निदेशकों ने कंपनी प्रबंधन से कहा है कि उसे शेयरों को मजबूती देने के लिए 11,200 करोड रूपए के शेयरों की खरीददारी करनी चाहिए। कंपनी के पूर्व निदेशकों टीवी मोहनदास पाई, वी बालाकृष्णन और डीएन प्रहलाद ने कंपनी प्रबंधन से कहा है कि बाजार में कंपनी शेयरों को मजबूती देने के लिए उसे शेयरों की पुनर्खरीद करनी चाहिए। यह मांग ऎसे समय में आई है जब इन्फोसिस नेतृत्व बदलाव के अहम दौर से गुजर रही है। कंपनी का नेतृत्व पहली बार किसी गैर-संस्थापक कार्यकारी के हाथ में आया है। एसएपी के पूर्व एजी कार्यकारी विशाल सिक्का ने सीईओ का कार्यभार संभाला है। एनआर नारायणमूर्ति सहित कंपनी के सभी संस्थापक सदस्य या तो सेवानिवृत हो चुके हैं अथवा बोर्ड में गैर-कार्यकारी की भूमिका में आ गए हैं।
कंपनी के इन पूर्व कार्यकारी अधिकारियों ने 3,850 रूपए के भाव पर इन्फोसिस के शेयरों की पुनर्खरीद किए जाने पर जोर दिया है। बीएसई में गुरूवार को कंपनी का शेयर 3,574 रूपए पर बंद हुआ। इस लिहाज से कंपनी के शेयरों की 7.7 प्रतिशत प्रीमियम भाव पर पुनर्खरीद करने को कहा जा रहा है। बालकृष्णन ने कंपनी के निदेशक मंडल से दिसंबर में इस्तीफा दे दिया था। पाई ने 2011 में और प्रहलाद ने 29 जुलाई को कंपनी छोड दी थी।
ये सभी कंपनी में काफी उंचे पदों पर रहे हैं। इन्होंने इन्फोसिस निदेशक मंडल को पत्र लिखकर कहा है कि शेयरों की पुनखर्रीद से प्रबंधन और निवेशकों के बीच सूचनाओं के बारे में अंतर का पता चलेगा। इन तीनों ने पत्र में लिखा है, "बाजार में नाटकीय ढंग से मूल्यांकन में तारतम्य टूट सा गया है, इस स्थिति को ठीक किए जाने की जरूरत है।" संपर्क करने पर इन्फोसिस के एक प्रवक्ता ने कहा, "इन्फोसिस बोर्ड और प्रबंधन को शेयरधारकों और निवेशकों से विभिन्न मुद्दों पर लगातार आग्रह पत्र और आवेदन प्राप्त होते रहते हैं।" प्रवक्ता ने कहा, "निवेशकों और शेयरधारकों से प्राप्त आवेदनों को बोर्ड और प्रबंधन अपने हिसाब से समय रहते समाधान करता है। जहां तक इस विशिष्ट मामले की बात है, हमें इस बारे में तीन खुदरा निवेशकों से आग्रह प्राप्त हुआ है।" प्रवक्ता ने कहा कि इस दिशा में कोई भी घटनाक्रम होने पर जिसका कंपनी के शेयरधारकों पर असर पडता हो कंपनी तुरंत नियामकीय संस्थाओं को सूचित करेगी।