एनबीएफसी-एमएफआई के इक्विटी निवेश में 40 प्रतिशत वृद्धि : रिपोर्ट
Source : business.khaskhabar.com | May 26, 2018 |
नई दिल्ली। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को बढ़ाने में माइक्रोफाइनेंस का अहम योगदान हो सकता है, क्योंकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में माइक्रोफाइनेंस संस्थानों के योगदान से कोई इनकार नहीं कर सकता है। गिरिराज यहां एक कार्यक्रम में माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशन नेटवर्क (एमफिन) की माइक्रोमीटर रिपोर्ट जारी होने के मौके पर बोल रहे थे।
रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2017-18 में गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी-माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशन (एनएफबीसी-एमएफआइ) में इक्विटी निवेश में वित्त वर्ष 2016-17 की तुलना में 40 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। एनएफबीसी-एमएफआई में निवेश की कुल राशि 9,631 करोड़ रुपए रही। रिपोर्ट 'एमफिन माइक्रोफाइनेंस अवार्डस 2018 : उत्कृष्टता की तलाश में' का यह पहला संस्करण गिरिराज सिंह द्वारा जारी किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2017-18 में एनबीएफसी-एमएफआइ के सकल ऋण पोर्टफोलियो (जीएलपी) में भी पिछले साल के मुकाबले 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 31 मार्च, 2018 तक 48,094 करोड़ रुपये पहुंच गया। एमफिन के सीईओ हर्ष श्रीवास्तव ने कहा, इस क्षेत्र में निवेशकों के विश्वास में काफी बढ़ोतरी हुई, जो पिछले वित्त वर्ष के दौरान इक्विटी में निवेश बढऩे से जाहिर होती है। उन्होंने कहा, हम विजेताओं को शुभकामनाएं देना चाहते हैं, जिन्होंने मुश्किल दौर में अपने हौसले को बरकरार रखा और अपने गंभीर प्रयासों के माध्यम से इस क्षेत्र के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया।
यह पुरस्कार इन्हीं कोशिशों को प्रोत्साहित करने और माइक्रोफाइनेंस के क्षेत्र में कार्य कर रहे उन संस्थानों की पहचान के लिए दिए गए हैं, जिन्होंने उपभोक्ता केंद्रित व्यवहार और अच्छे प्रशासन को बढ़ावा देने में अपनी प्रतिबद्धता जताई। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2017-18 में एनबीएफसी-एमएफआइ ने कुल 59,629 करोड़ रुपये के 268 लाख ऋण बांटे। वित्त वर्ष 2016-17 की तुलना में 49 फीसदी अधिक है। सालाना आधार पर ग्राहकों की संख्या में भी 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। 31 मार्च, 2018 तक एनबीएफसी-एमएफआइ के पास 2.53 करोड़ ग्राहक थे।
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