आईपीआर नीति को अधिक कारगर बनाएंगे : सीतारमण
Source : business.khaskhabar.com | Apr 28, 2017 |
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सरकार का ध्यान आईपीआर (बौद्धिक संपदा अधिकार) नीति को अधिक कारगर और त्वरित बनाने पर है।
नई दिल्ली में गुरुवार को विश्व बौद्धिक संपदा दिवस समारोहों एवं डीआईपीपी एवं सीआईआई द्वारा 9वें राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह के अवसर पर उन्होंने कहा कि जागरूकता का निर्माण करना बहुत महत्वपूर्ण है और सीआईपीएएम द्वारा देश भर के विद्यालयों में आईपीआर जागरुकता अभियान आरंभ करना विद्यालयों के स्तर से ही मानसिकता का निर्माण करने और नवोन्मेषणों के लिए सम्मान पैदा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारतीय स्टार्टअप्स को आईपी विकसित करने एवं उनकी सुरक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए इस वर्ष दो नए पुरस्कार आरंभ किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस स्टेशनों को प्रोत्साहित करने एवं देश में आईपीआर के प्रवर्तन की दिशा में बहुमूल्य योगदान देने के लिए भी पुरस्कारों का भी गठन किया गया है जो कि आईपी अधिकारों को सुरक्षा देने के लिए बहुत महत्वपूर्ण पहलू है।
2017 के लिए राष्ट्रीय आईपी पुरस्कार के विजेताओं में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, टीवीएस मोटर्स, मारूति सुजकी इंडिया लिमिटेड, तेजस नेटवक्र्स लिमिटेड, एलिनोव रिसर्च एंड डवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड, बाइकोन लिमिटेड, ह्युमन वेलफेयर एसोसियेशन, क्राइम ब्रांच, चंडीगढ़ शामिल थे।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) एवं इंडियन पेटेन्ट्स ऑफिस (आईपीओ) द्वारा संयुक्त रूप से गठित राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार पुरस्कार 2009 से ही प्रत्येक वर्ष प्रदान किए जाते हैं, जो वाणिज्य एवं उद्योग में एक कार्यनीतिक माध्यम के रूप में आईपीआर के उपयोग को सम्मानित करता है। (आईएएनएस)
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