जियो टैगिंग से होगी सामान की डिलीवरी
Source : business.khaskhabar.com | Apr 27, 2018 |
नई दिल्ली। थाईलैंड की थोक विक्रेता कैश एंड कैरी कंपनी लॉट्स होलसेल साल्यूशंस ने हाल ही में भारतीय बाजार में प्रवेश किया है और कंपनी बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए अपने ग्राहकों का जियो-टैगिंग करने जा रही है, ताकि कुशल डिलिवरी प्रदान कर सके। साथ ही अपने सभी उत्पादों को ई-मार्क करने जा रही है।
कंपनी अन्य तकनीकी सक्षम पहलों के बीच स्टोर के शेल्व्स पर सभी उत्पादों की कीमत तथा उसकी एक्सपायरी डेट का भी प्रदर्शन करेगी।
लॉट्स थाइलैंड की कंपनी सियाम मार्को पीसीएल की 100 फीसदी स्वामित्व वाली सहयोगी कंपनी है, जो कि 50 अरब डॉलर के पोकफांड समूह का हिस्सा है। कंपनी ने अगले पांच सालों में भारत में 1,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। लॉट्स उत्तर भारत में 15 थोक वितरण केंद्र खोलने जा रही है, जोकि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में खोले जाएंगे। कंपनी द्वारा प्रस्तावित निवेश से देश में 5,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होगी।
लॉट्स होलसेल सॉल्यूशंस के प्रबंध निदेशक तानित चेआरावानोंट ने एक साक्षात्कार में आईएएनएस को बताया, ‘‘हमने अपने पहले स्टोर के लिए अपने ग्राहकों का पंजीकरण करना शुरू कर दिया है। हम नियमित आधार पर उनकी जियोटैगिंग करेंगे, इससे हम संसाधनों का प्रभावी आवंटन कर सकेंगे और समय भी बचा सकेंगे।’’
उन्होंने कंपनी का नाम बताए बिना कहा कि लॉट्स ने जियो-टैगिंग के लिए एक भारतीय आईटी कंपनी से साझेदारी की है, ताकि ग्राहकों को बेहतर सेवा दे सके।
लॉट्स दिल्ली/एनसीआर में अपना पहला दो होलसेल कैश एंड कैरी आउटलेट्स इसी साल लांच करेगी। चेआरावानोंट ने कहा कि पहला स्टोर पीतमपुरा क्षेत्र में खोला जाएगा।
उन्होंने कहा कि ग्राहक या तो स्टोर में आकर थोक सामानों की खरीद कर सकेंगे, या फिर फोन पर ऑर्डर दे सकेंगे और जियो टैगिंग के आधार पर उनके सामानों की डिलिवरी कर दी जाएगी। इसके साथ वे बी2बी (बिजनेस टू बिजनेस) ई-कॉमर्स पोटर्ल पर भी ऑर्डर कर सकेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम जुलाई में अपना स्टोर शुरू करेंगे और ई-कॉमर्स पोर्टल भी उसी के साथ लांच किया जाएगा।’’
(आईएएनएस)
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